अंतरराष्ट्रीय|पेरिस ओलंपिक
भारतीय रेसलर रीतिका हुड्डा का क्वार्टर फाइनल का मूकाबला मैच रहा 1-1 से ड्रॉ. फिर भी क्यों हार गई रितिका अब भी है मेडल की उम्मीद
रेसलर रीतिका हुड्डा को 76 किलो फ्री स्टाइल रेसलिंग के क्वार्टर फाइनल के मुकाबले में हार देखनी पड़ी. मैच का रिजल्ट स्कोर 1-1 बना रहा, लेकिन अंतिम अंक किर्गीस्तान की एपेरी काइजी को मिला था, जिसके चलते वह विजेता बनने में सफल रही
रेसलर रीतिका हुड्डा को महिला 76 किलो फ्री स्टाइल रेसलिंग के क्वार्टर फाइनल में हार का मुह देखना पड़ा. 10 जुलाई को खेले गए क्वार्टर फाइनल में रीतिका को शीर्ष वरीयता प्राप्त और 2 बार की वर्ल्ड चैम्पियनशिप मेडलिस्ट किर्गिस्तान की एपेरी काइजी ने मुकाबले में हराया. मैच खत्म होते तक समय स्कोर 1-1 से बराबर चल रा था. लेकिन आखरी का अंक एपेरी काइजी को मिला था, जिसके चलते वह विजेता बनने में सफल रहीं. रीतिका के पास अब रेपचेज के जरिए भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका होगा. हालांकि रीतिका को यह भी देखना होगा कि काइजी इस इवेंट के फाइनल में पहुंच हि जाएं.
आज रात 10 बजे होगा सेमीफाइनल मुकाबला
मेडेट काइजी का सेमीफाइनल मुकाबला रात दस बजे होगा। वह अमेरिकी कैनेडी ब्लेड से भिड़ेंगी। इस मुकाबले पर करोड़ों भारत की नजरें होंगी। रीतिका समेत भारतीय फैंस इस मैच में मेडेट काइजी की जीत की उम्मीद करेंगे। जिससे वक्त रहतें रीतिका को रेपेचेज में पहुंचने का मौका मिलेगा।
पेरिस ओलंपिक में भारत को एक और पदक मिल सकता है। भारतीय पहलवान रीतिका हुड्डा ने ओलंपिक पुरें देश में मेडल की उम्मीद जगाई दी है। उन्होंने हैवीवेट कैटेगरी 76 किग्रा के क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा है। वह इस कैटेगरी में क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं। हालांकि उनसे क्वार्टर फाइनल में जीत की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन वे किर्गिस्तान की रेसलर एइपेरी मेडेट काइजी से मुकाबला हार गईं। हालांकि अभी उनका सफर खत्म नहीं हुआ है. अगर मेडेट काइजी सेमीफाइनल मुकाबला जीतकर फाइनल तक का सफर तय करती हैं तो रीतिका को रेपेचेज सुविधा के जरिए एक और मौका मिल सकता है।
भारतीय नौसेना में अफसर भी है पहलवान रितिका हुड्डा:
पहलवान रितिका हुड्डा का जन्म हरयाणा में रोहतक के खड़कड़ा गांव में हुआ था। वह भारतीय नौसेना में अफसर के पद पर पदस्थ है। रितिका का कुश्ती में करियर ज्यादा लंबा नहीं है। उन्होंने 2022 में खेली गई विश्व जूनियर चैंपियनशिप में 72 किलो वर्ग में कांस्य पदक जीताया था। इसके बाद 2023 तिराना में हुई अंडर 23 विश्व चैंपियनशिप में इस खिलाड़ी ने गोल्ड पदक जीता था। 2024 में ही एशियन चैंपियनशिप में भी रितिका द्वारा 72 किलो वर्ग में कांस्य पदक जीता था।
हरियाणा से सीखी कुश्ती:
रीतिका हुड्डा का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले में हुआ था, उनके पिता जगबीर सिंह किसान हैं और मां नीलम हाउसवाइफ हैं. रीतिका का सफर रोहतक के छोटू राम स्टेडियम से शुरू हुआ था. यह वही स्टेडियम है जहां पर भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने कभी ट्रेनिंग की थी.
पहलवान रीतिका हुड्डा ने प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में हंगरी की रेसलर बर्नाडेट नागी को 12-2 से हरा दिया था. रीतिका प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हंगरी की रेसलर पर पूरी तरह से भारी पड़ी, रीतिका टेक्निकल सुपीरियरिटी के आधार पर जीत दर्ज कर गई. आपको जानकारी है कि यदि कोई भी पहलवान 10 अंकों की लीड गेम में बना लेता है, तो मुकाबला वहीं खत्म कर दिया जाता है।
कुश्ती में इंडिया के पदक लाने वाले खिलाड़ी
1 केडी जाधव
कांस्य पदक-हेलसिंकी ओलंपिक 1952
2 सुशील कुमार
कांस्य पदक बीजिंग ओलंपिक 2008
रजत पदक- लंदन ओलंपिक 2012
3 योगेश्वर दत्त
रेपचेज में चला हरियाणा के पहलवान का दांव
कांस्य पदक-लंदन ओलंपिक 2012
4 साक्षी मलिक
कांस्य पदक-रियो ओलंपिक 2016
5 रवि कुमार दहिया
रजत पदक-टोक्यो ओलंपिक 2020
6 बजरंग पूनिया
कांस्य पदक- टोक्यो ओलंपिक 2020
7 अमन सहरावत
कांस्य पदक-पेरिस ओलंपिक 2024