स्टॉक मार्केट|भारत
yundai IPO:
भारत देश के सबसे बड़े आईपीओ हुंडई मोटर इंडिया की आज दिनांक 22 अक्टूबर को शेयर बाजार में लिस्टिंग हो गई। यह कम्पनी साउथ कोरियाई व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग हुंडई की भारतीय यूनिट हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड है जिसकों आज आईपीओ के माध्यम से भारतीय शेयर बाजार में उतारा है. परन्तु इसकी उम्मीद से उलट हुंडई के शेयरों की बाम्बे एक्सचेंज और एनएसई पर बेहद हि निराशाजनक लिस्टिंग हुई। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड कम्पनी के शेयर बाजार में फ्लैट लिस्ट हुए हैं।
बीएसई पर यह शेयर अपने आईपीओ में निर्धारित प्राइस बैंड के मुकाबले 1.48% डिस्काउंट के साथ 1931 रुपये पर लिस्ट हुआ। वहीं पर एनएसई पर यह शेयर 1.3% डिस्काउंट के साथ 1934 रुपये पर लिस्ट हुए। बता दें कि देश के सबसे बड़े आईपीओ को कुछ खास रिस्पांस देखने को नहीं मिला था। तीन दिन में इसको को केवल 2.37 गुना सब्सक्राइब किया गया था। इसमें भी रिटेल इंन्वेस्टर द्वारा बेहद कम सब्सक्राइब किया गया। बता दें कि इस आईपीओ का साइज 27,870/- करोड़ रुपये है, जो कि भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ है। इसने भारतीय जीवन बीमा निगम LIC के 21,000/- करोड़ रुपये के आईपीओ को भी पीछे छोड़ दिया है। हुंडई मोटर इंडिया आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 1865-1960 रुपये तय किया गया था।
ये भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ है, जो 15 अक्टूबर को ओपन हुआ था. इस आईपीओ का साइज 27,870.16 करोड़ रुपये था. इससे पहले सरकारी बीमा कंपनी LIC ने सबसे बड़ा आईपीओ पेश किया था. LIC IPO का साइज 21,000 करोड़ रुपये का था. हुंडई मोटर्स इंडिया अपने इस इश्यू के जरिए कंपनी 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 142,194,700 शेयर बिक्री के लिए बजार में उतारें थे.
लिस्ट होने के बाद 10.30 बजे हुंडई के शेयर 4.80 फीसदी टूटकर 1,865 रुपये पर धंधा कर रहा था . हुंडई के एक लॉट के लिए रिटेल निवेशकों को 13,720 रुपये का निवेश करना था, जिसमें 7 शेयर का लॉट रखा गया था. लेकिन लिस्ट होने के बाद हर शेयर पर 95 रुपये की गिरावट आई है. ऐसे में एक लॉट पाने वाले निवेशकों को इस आईपीओ से अभी 665 रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है.
हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड के शेयरों की लिस्टिंग उम्मीद के अनुसार ही हुई है. बाजार में लिस्ट होने से पहले हुंडई आईपीओ ग्रे मार्केट में फ्लैट लिस्टिंग का अंदाजे दे रहा था. यहां तक की कुछ समय के लिए यह डिस्काउंट पर भी कारोबार करते हुए दिखाई दिया था. हालांकि उससे पहले यह आईपीओ 20 से 25 रुपये प्रति शेयर प्रीमियम का संकेत दे रहा था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक करीब 27,870/- करोड़ रुपये के साइज वाले आईपीओ के तहत की गई 9,97,69,810 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 23,63,26,937 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। संस्थागत खरीदारों क्यूआईबी की कैटेगरी को 6.97 गुना, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के कोटा को 60 प्रतिशत सब्सक्राइब किया गया। रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व कोटे को केवल 50 प्रतिशत सब्सक्राइब किया गया। कंपनी ने आईपीओ खुलने से पहले बड़े इन्वेस्टर्स से 8,315/- करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी का यह आईपीओ रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए 15 17 अक्टूबर तक खुला था।