वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रह एक निश्चित अंतराल पर राशि बदलते हैं। ग्रहों के राशि बदल जाने से अन्य ग्रहों के साथ योग का भी निर्माण होता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्म का कारक माना जाता है। सूर्य हर बार माह में अपनी राशि परिवर्तन कर लेता हैं। जन्मकुंडली में सूर्य की मजबूती से व्यक्ति के आजीविका, नौकरी और और कार्य क्षेत्र में अच्छी उपलब्धि मिलती हैं। सूर्य 16 जुलाई को चंद्रदेव की कर्क राशि में प्रवेश कर गए हैं। ज्योतिष के गणना मुताबिक कर्क राशि में पहले से ही दो ग्रह शुक्र और बुध उपस्थित हैं। इस तरह से कर्क राशि में बुध, शुक्र और सूर्य का याद बन रहा है। तीन प्रमुख ग्रहों की योग बनने से बहुत ही शुभ योगों का निर्माण हुआ है। बुध-सूर्य का योग से बुधादित्य योग जबकि सूर्य-शुक्र की युति से शुक्रादित्य योग बना है। इस तरह से एक साथ बुधादित्य और शुक्रादित्य राजयोग बनने से कुछ राशि के लोगों को बहुत लाभ मिल सकता है इसमे प्रमुख तीन राशि हैं और इनके जीवन में सकारात्मक बदलाव और नौकरी मिलने की संभावना देखने को मिलेंगी। आइए जानते हैं किन तीन राशि वालों को भाग्य का अच्छा फायदा मिलेगा।
कर्क राशि
राशिचक्र वह तारामण्डलों का चक्र है जो क्रान्तिवृत्त (एक्लिप्टिक) में आते है, यानि उस मार्ग पर आते हैं जो सूरज एक साल में खगोलीय गोले में लेता है। ज्योतिषी में इस मार्ग को बाराह बराबर के हिस्सों में बाँट दिया जाता है जिन्हें राशियाँ कहा जाता है। हर राशि का नाम उस तारामण्डल पर डाला जाता है जिसमें सूरज उस माह में (रोज दोपहर के बारह बजे) मौजूद होता है। हर वर्ष में सूरज इन बाराहों राशियों का दौरा पूरा करके फिर शुरू से आरम्भ करता है। जुलाई माह में कर्क राशि में दो रोजयोगों का एक साथ बनना आपके लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद रहने वाला है। आपके भाग्य में अचानक से आपको परिवर्तन देखने को मिलेगा। जो काम काफी प्रयत्न करने के बावजूद भी नहीं हो रहे थे काम वे अब आसानी के साथ पूरे होंगे। समाज में आपका मान-सम्मान और तेज बढ़ेगा। धन लाभ के अवसरों में वृद्धि होगी। आप अपने लक्ष्यों को आसानी से पूरा करने में सफल रहेंगे। अविवाहित जातकों को विवाह के अच्छे अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं।
कन्या राशि
यह राशि चक्र की छठी राशि है।दक्षिण दिशा की द्योतक है। इस राशि का चिह्न हाथ में फ़ूल की डाली लिये कन्या है। इसका विस्तार राशि चक्र के १५० अंशों से १८० अंश तक है। इस राशि का स्वामी बुध है, इस राशि के तीन द्रेष्काणों के स्वामी बुध,शनि और शुक्र हैं। इसके अन्तर्गत उत्तराफ़ाल्गुनी नक्षत्र के दूसरे, तीसरे और चौथे चरण,चित्रा के पहले दो चरण और हस्त नक्षत्र के चारों चरण आते है। जुलाई माह में बुधादित्य और शुक्रादित्य दोनों ही राजयोग एक साथ बनने से कन्या राशि वालों को लाभ के अच्छे संकेत दिखाई दे रहे हैं। इस योग के बनने से आपकी आमदनी में अच्छा मोटा इजाफा देखने के मिलेगा। लाभ के अवसरों में वृद्धि देखने को मिलेगी और भाग्य का अच्छा साथ आपको मिलेगा। अधूरे काम पूरे होंगे और बड़ों का आशीर्वाद आपके ऊपर रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति में अच्छा सुधार होगा। भौतिक सुख-साधनों में वृद्धि देखने को मिलेगी। परिवार में छोटे बड़ों प्रेम और स्नेह बरकरार रहेगा।
तुला राशि
तुला (♎) राशि चक्र में सातवीं राशि है। {{तुला राशि सन्दूक}के जातकों की मनोदशा का केवल यही वर्णन नहीं है। भारतीय जनतंत्र में आज जिस व्यक्ति की छाप सबसे बड़ी है वह तुला राशि का ही जातक था। मैं बात कर रहा हूं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की। बाजार में अपनी तुला लिए खड़े व्यक्ति के रूप में तुला राशि को दिखाया गया है। तुला राशि के जातकों के लिए बुधादित्य और शुक्रादित्य राजयोग बहुत अच्छा साबित होगा। आपके जीवन में अच्छा और शुभ परिणाम सफलता की प्राप्ति होगी। आमदनी में वृद्धि और सुख-साधनों में इजाफा देखने को मिलेगा। पहले के मुकाबले आपकी आर्थिक स्थिति में अच्छा सुधार देखने को मिलेगा नौकरी पेशा जातकों को नई नौकरी के कुछ अच्छे प्रस्ताव मिल सकते हैं। आपसी संबंधों में इजाफा देखने को मिलेगा। डिसीजन लेने में आसानी होगी
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